अभावजन्य रोग किसे कहते है?

अभावजन्य रोग किसे कहते है?

अभावजन्य रोग- मनुष्य का शरीर अनेक तत्वों से मिलकर बना होता है साथ ही शरीर की कार्य क्षमता और संरचना के लिए काई पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। यदि शरीर में किसी पोषक तत्व की कमी हो जाती है तो शरीर रोग से ग्रसित हो जाता है। शरीर को आवश्यक पौषक तत्वों की आपूर्ति होती रहती है तभी शरीर स्वस्थ बना रहता है। यह पोषक तत्व मनुष्य भोजन से ग्रहण करता है लेकिन आज भी बहुत से स्थान और देश ऐसे है जहां भुखमरी है जिस कारण उस स्थान पर रहने वाले लोगों को पोषण ना मिलने के कारण इस प्रकार के रोग हो जाते है जिन्हें अभावजन्य रोग के रूप में परिभाषित किया जाता है यानी ये रोग भोजन की कमी के कारण होते है।

अभावजन्य रोग

जैसा की हमने बताया की ये रोग भोजन की कमी से होते है। इन बीमारियों को दूर करने के लिए उन पोषक तत्वों का सेवन करना चाहिए जिस के कारण ये रोग हुए है। क्योंकि यह जरूरी नहीं की इस तरह के रोग सभी पोषक तत्वों के कारण ही हो यह भी हो सकता है कि एक अथवा दो तत्वों की कमी से भी ये रोग हुआ हो ऐसी स्थिति में रोगी को ऐसे भोज्य पदर्थ देने चहिए जिसमें उस पोषक तत्व की पूर्ति करने वाले तत्व प्रचुर मात्रा में हो।

अभावजन्य रोग के लिए आवश्यक सावधानी

सबसे जरूरी है कि हमें हमेशा संतुलित भोजन करना चाहिए। बच्चों में क्वशियोरकर और मरास्मस नामक रोग पोषक तत्वों की कमी से हो जाता है इसके लिए प्रोटीन और ऊर्जा प्रदान करने वाले भोज्य पदार्थ बच्चों को देने चाहिए क्योंकि यह रोग कार्बोहाइड्रेट और वसा की कमी से होता है। इस रोग में बच्चों कि वृद्धि और विकास प्रभावित होता है। लेकिन इस बात का ध्यान दिया जाना चाहिए की किसी भी पोषक तत्व  कि मात्रा संतुलन में हो कुछ तत्वों की अधिक मात्रा भी रोग ग्रसित बना देती है

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