उत्प्लवन बल किसे कहते है?

उत्प्लवन बल किसे कहते है?

उत्प्लवन बल किसे कहते है?- जब हम किसी वस्तु को पानी में डालते है तो हम देखते है की एक बल उस वस्तु पर पानी की तरफ से ऊपर की और लगता है जिससे हमें ऐसा प्रतीत होता है मनों पानी उस वस्तु पर बल लगा रहा हो और उसे डूबने से रोक रहा हो। यदि हम उस वस्तु पर दाब लगा कर पानी में डूबो भी दें तो वस्तु पुन वापस बाहर आकर तैरने लगती है। इससे हमें ज्ञात होता है कि जल वस्तु पर एक बल आरोपित करता है इस बल को ही उत्प्लवन बल कहते है।

उत्प्लवन बल किसे कहते है? इसकी दो स्थिति कौन सी होती है।

  1. जब किसी वस्तु का भार पानी द्वारा लगाए गए उत्प्लवन बल से अधिक हो जाए तो वस्तु डूब जाएगी।
  2. लेकिन वस्तु का भार यदि  उत्प्लवन बल से कम हो तो वह वस्तु पानी में तैरने लगती है।

उत्प्लवन बल का मान हमें आर्कमिडीज के सिद्धांत से ज्ञात होता है इस नियम अनुसार

पूर्णत या आंशिक रूप से डूबी किसी वस्तु पर लगने वाला उत्प्लवन बल उस वस्तु द्वारा हटाए गए द्रव के भार के बराबर होता है।

उत्प्लवन बल को ऐसे समझे-

जिस वस्तु का घनत्व द्रव के घनत्व से कम होगा  वह वस्तु उस द्रव में तैरने लगेगी। यदि वस्तु का घनत्व अधिक होगा तो वह वस्तु द्रव में डूब जाएगी।

प्रश्न- एक लोहे का टुकड़ा पानी में डूब जाता है मगर परे पर तरता है?

उत्तर-  ऐसा इसलिए क्योंकि लोहे का घनत्व पारे से कम मगर जल से ज्यादा होता है।

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