थैलेसीमिया रोग क्या है? थैलेसीमिया रोग होने पर क्या होता है?

थैलेसीमिया रोग क्या है?

थैलेसीमिया रोग थैलेसीमिया एक प्रकार का रक्त से संबंधित विकार होता है। आमतौर पर इस का करण आनुवंशिक होता है। लेकिन मेडिटेरेनियम सागर के पास रहने वाले लोगों में यह अधिक पाया जाता है। इस रोग की पहचान सबसे पहले सन 1925 में सर थामस कूली ने की थी।

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थैलेसीमिया रोग में क्या होता है?

इस रोग में व्यक्ति को बार-बार रक्त चढ़ाना पड़ता है। सामान्य रूप से हमारे रक्त में उपस्थित लाल रक्त कणिकाएं 120 दिनों तक जीवित रहती है लेकिन इस रोग के कारण इन का जीवन काल लगभग 20 दिन के आस-पास का रह जाता है अर्थात ये लाल कणिकाएं जल्दी जल्दी नष्ट होने लगती है। यह एक अनुवांशिक रोग है जब किसी व्यक्ति का विवाह किसी ऐसी महिला से हो जाए जिसे थैलेसीमिया हो तो यह रोग उनकी सन्तान को भी हो सकता है। इस रोग का अन्य नाम मेडिटेरेनियम एनीमिया होता है। यह रोग ज्यादा तर ईरान, इराक, इटली सऊदी अरब, दक्षिनी यूरोप आदि इलाकों में ज्यादा पाया जाता है।