दिमाग तेज़ कैसे करें ? पढ़ाई में दिमाग तेज़ कैसे करें

दिमाग तेज़ कैसे करें? पढ़ाई में दिमाग तेज़ कैसे करें

दिमाग तेज़ कैसे करें – नमस्कार दोस्तों क्या आप एक विद्यार्थी है? तो आपकी सबसे बड़ी समस्या या इच्छा होगी की में एक उच्च स्तर का विद्यार्थी कैसे बन सकता हूँ। कैसे में भी अपने क्षेत्र में अच्छे अंक ला कर अपने घर वालों रिश्तेदारों दोस्तों में अपनी एक अलग पहचान बना सकता हूं। तो दोस्तों आज हम आपको बताएँगे की  दिमाग तेज़ कैसे करें ?

दिमाग तेज़ कैसे करें क्या है दिमाग तेज़ करने का राज? 

दोस्तों दुनियाँ में कोई कार्य असंभव नही होता अगर प्रयास किया जाए तो बड़े से बड़े कार्य को किया जा सकता है।  लेकिन अटल सत्य यह भी है कि किसी भी कार्य को जब आप करते है तो बीच में कुछ ऐसी स्थिति भी आती है जब दिल और दिमाग आपस में लड़ने लगते है हमारा मन उस कार्य में नही लगता हम उस कार्य से दूर भागने लगते है यही कारण होता है हमारे हारने का। दोस्तों सफलता पाना इतना भी आसान नही होता जितना समझा जाता है सफलता इतना आसान होती तो दोस्तों तो आज हर आदमी सफल होता और सफलता की चाहत लोगों मे ख़तम हो जाती।

 दिमाग तेज़ करना है तो ये पांच टिप्स अपनाए 

ये पांच तरीके जान लिए तो आपको एक उच्च स्तर का विद्यार्थी बनने से कोई नही रोक सकता यह पुरी गारंटी है। यह पांच तरीके कोई साधारण तरीके नही इन तरीकों को जापान, भारत, अमेरिका द्वारा किए गाए शोधों से प्राप्त तरीकों मे से खास तरीकों को इन लेख में शामिल किया गया है

दिमाग तेज़ करने वाली पाँच टिप्स –

1- स्वयँ के बुद्धि स्तर की जांच करें 

सबसे पहले आपको 20 प्रश्न उत्तर सहित एक पेपर पर लिखना है दूसरा पेपर जिसमें केवल प्रश्नों को ही लिखना है।  अब आपको 5 मिनट तक इन सभी प्रश्नों और उत्तर वाले पेपर  को अच्छे से पढ़ना है। इस के बाद आपको 35 मिनट के अंतराल के बाद  केवल प्रश्नों पेपर पर लिखे प्रश्नों का जबाब देना है यदि आप 20 में से 6-8 प्रश्नों का सही जबाब दे पाते है तो आप को थोड़ी मेहनत की आवश्यकता है यदि 6-7 से कम है आपको स्कोर तो ज्यादा मेहनत की जरुरत होगी।

2- फिर से पढ़े 

यदि आप 6-7 प्रश्नों के जवाब दे पा रहे है तो पांच मिनट फिर से पढ़े आप इस बार 12-14 सवालों के जबाब सही देगें मेरा दावा है इसी प्रकार अगले 5 मिनट के प्रयास से आप की इस पेपर पर अच्छी पकड़  बन जाएगी। यही तरीका है किसी भी चीज को सही से याद रखने का। ये एक मनोवैज्ञानिक तरीका है इस तरीके से आप पूरा Syllabus Cover कर सकते है।

3- याददाश यदि आपकी असफलता का कारण हो?  

बहुत से ऐसे लोग है जिनकी शिकायत रहती है की बहुत पढने के बाद भी चीज़े याद नही रहती इस का कारण हो सकता की आपके शरीर में किसी विटामिन की कमी हो गई हो। विटामिन B12 को कमजोर याददाश्त का कारण माना जाता है आप किसी अच्छे डाक्टर से मिल कर इस समस्या पर बात कर सकते है।

4- गणित के सवाल करते समय- 

यदि आपका गणित कमजोर है तो परेशान नही हों जब भी आप गणित करे तो ये तरीके अपनाए

  • गणित हमेशा एकांत में ही करें
  •  एक ही दिन में गणित को करने का प्रयास नही करनी चाहिए।
  • गणित करते समय अपनी जीभ को बीच-बीच में  ऊपर की तरफ मोड़ कर पढ़ना चाहिए।
  • गणित एक अभ्यास वाला विषय है इस का अभ्यास ज़रुरी है।
  • इस विषय के लिए अलग से दैनिक कम से कम 2 घंटे देना जरूरी है।

5- समझना जरूरी है लेकिन रटना भी पड़े तो रटो।

हमें बचपन से सिखाया जाता है कि चीज़ो को समझना चाहिए । ये अटल सत्य है क्योंकि समझने से मौलिक चिंतन करने की शक्ति बढती है।  लेकिन कुछ प्रश्न इस प्रकार के भी आ जाते है जिन्हे याद करना मील का पत्थर साबित होता है ऐसे कुछ चुनिंदा प्रश्नों को रट ही लेना सही रहता है।

  • गणित के सवालों हमेशा समझना चाहिए और फार्मूला रटना।
  • कमजोर विषय को समझना चाहिए उस में जो समझ नही आता उसे रट लेना चाहिए।
  • इतिहास एक रटने वाला विषय है इसे रटा जा सकता है मगर एक स्तर तक।
  • भूगोल पर्यावरण समझना चाहिए।
  • हिन्दी को समझना चाहिए कुछ पार्ट ऐसे है जिन्हें रटा जा सकता है।