यूपी टीईटी की तैयारी कैसे करें क्या रणनीति बनाए ?

यूपी टीईटी की तैयारी कैसे करें ( प्राइमरी परीक्षा )

यूपी टीईटी की तैयारी कैसे करें?- उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अयोजित यूपी टीईटी परीक्षा शिक्षक बनने का सपने देख रहे आशावादियों का प्री परीक्षा है विधार्धी टीईटी पास करते है वो शिक्षक भर्ती परीक्षा के दूसरे चरण यानी मुख्य परीक्षा में बैठते है जिसे सहायक अध्यापक परीक्षा के नाम से जाना जाता है। आज के इस लेख में हम बताएगे की आप यूपी टीईटी की तैयारी किस प्रकार कर सकते है। तो चलिए जान लेते है कि यूपी टीईटी की तैयारी कैसे करें।

यूपी टीईटी की तैयारी कैसे करें क्या रणनीति बनाए ?

अगर आप इस परीक्षा में बैठने जा रहे है तो आपको पता होना चाहिए कि यूपी टीईटी की तैयारी के लिए आपको क्या रणनीति बनानी है इसके लिए  आपको कुछ खास रणनितिया बनानी होगी इस का कारण यह है कि पिछले कुछ समय से यूपी टीईटी परीक्षा का स्तर थोड़ा कठिन होता जा रहा है, परंतु ऐसा सोचना भी सही नही होगा की आगे परीक्षा  का स्तर अधिक कठिन या सरल किया जाएगा। आपको अपनी तैयारी इस प्रकार करनी है कि जो भी पाठयक्रम  इस परीक्षा में दिया गया है वो पूरा कवर हो जाए।

ये भी देखें- सहायक अध्यापक परीक्षा की तैयारी के लिए पांच विशेष रणनीति ?

यूपी टीईटी परीक्षा में आने वाले विषय ?

इस परीक्षा में मुख्य पांच विषयों से प्रश्न पूछे जाते है। इसमे कुछ विषय आप अपने अनुसार चुनते है। यूपी टीईटी परीक्षा में पूछे जाने वाले विषय निम्न है।

प्राइमरी  परीक्षा (पाठयक्रम ) ( Primary Level Syllabus )

  1. हिन्दी
  2. बाल विकास
  3. अँग्रेजी/संस्कृत/ उर्दू
  4. गणित
  5. पर्यावरण

सभी विषय से 30 अंक के प्रश्न पूछे जाते है। आप यदि जनरल वर्ग से है तो आपको 90 अंक और अन्य किसी भी वर्ग के छात्रों को 82 अंक इसे Qualify  करने के लिए ज़रुरी है।

यूपी टीईटी की तैयारी के लिए रणनीति इस प्रकार बनाए ?

यूपी टीईटी की तैयारी के लिए बनाई जाने वाली

1- सरल से कठिन की और चल।  

इस परीक्षा को पास करना है तो एक बात गांठ बाँध ले कि अगर आप उन चीजों को समझने बैठ जाते है जो कठिन है तो आप इस परीक्षा को पास नही कर पाएंगे। ये बात हम केवल यूपी टीईटी के लिए कर रहे है ना कि सहायक अध्यापक परीक्षा क्योंकि उस परीक्षा को पास करने की रणनीति यूपी टीईटी से थोड़ा अलग है। इस लिए हमारी सलाह है  कि पहले आसान चींजो को समझे याद करें क्योकि इस परीक्षा में लगभग 55 प्रतिशत आसान ही पूछा जाता है, इस लिए इस परीक्षा में 90 अंक लाना इतना कठिन भी नही जैसा समझा जाता है।

2- विशेष Topics पहले कवर करें। 

इस परीक्षा की खास बात यह है कि अन्य वन डे परीक्षा  के मुकाबले इस परीक्षा के कुछ Topics ऐसे भी है जिनके परीक्षा में पूछे जाने का चान्स ज्यादा रहता है। जैसे – वन्य जीव अभ्यारण्य से परीक्षा में प्रश्न पूछे जाने की सम्भावना ज्यादा रहती है। इसके अलावा कुछ विशेष Topics निम्न है।

  1. आकाश की पर्तों से
  2. अभ्यारण्य से
  3. लाभ हानि से
  4. सौरमण्डल से
  5.  पर्वत, नदियों, पर्वत आदि
  6. समास, संधि आदि

3- गणित की तैयारी पर विशेष रणनीति।

गणित ऐसा विषय है जो 10 में से 6 का खराब ही होता है। इस परीक्षा में गणित इतना कठिन भी नही होता जीतना समझा जाता है। अगर आप आप का गणित अच्छा है तो कोई समस्या नही लेकिन यदि गणित आप का कमजोर है तो निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए।

  1. गणित कमजोर है तो विशेष टापिक्स ही पहले कवर करें।
  2. पूरा गणित कवर करने का प्रयास ना करे यदि समय अधिक है तो कर सकते है।
  3. परीक्षा के समय गणित को सबसे बाद में हल करें।
  4. यदि आप का गणित कमजोर है तो किसी अन्य विषय पर पकड़ बनाए ताकि गणित का औसत पूरा हो सके।
  5. गणित अभ्यास वाला विषय है इसे रटे नही जा सकता इस लिए हमेशा समझना चाहिए।

4- पहले आए परीक्षा के प्रश्न पत्रों का करें।

ऐसा इसलिए एक तो आपका अभ्यास अच्छा हो जाता है  साथ ही आप अपने ज्ञान को परख भी पाते। और अक्सर आए हुए प्रश्न भी परीक्षा में पूछ लिए जाते है। इसके साथ आप विभिन्न प्रकाशन के अभ्यास सैट भी ले और उन्हे करें

5- बाल विकास और पर्यावरण होते है धोखा देने वाले विष।

कुछ समय से ये दो विषय ऐसे रहे है जिस का प्रश्न पत्र देख छात्रों के चेहरे पर उदासी आ जाती है। वर्ष 2019 की बात करें तो छात्रों के अनुसार बाल विकास और वर्ष 2020 में  पर्यावरण ने छात्रों को हिला दिया था

 

 

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