सफलता का राज क्या है ? आप सफलता के लिए क्या करें ?

सफलता का राज क्या है ? आप सफलता के लिए क्या करें?

सफलता का राज – सफलता का राज क्या है इसे कैसे प्राप्त किया जाए अक्सर गूगल पे हजारों लोग यही पूछते है। लेकिन वास्तव में सफलता का राज क्या है यह इंटरनेट पर नही आप के अंदर छुपा है केवल जरुरत है तो इसे बाहर निकलने की तो आज हम लेख में इसी पर चर्चा करने वाले है। यह आपने समझ लिया तो सफल होने से आपको कोई नही रोक सकता।

क्या सफलता का राज आपके अन्दर ही छूपा है ?

दोस्तों ध्यान देने वाली बात यह है कि इंटरनेट पर हजारों वीडियो और लेख पड़े है जिन में केवल सफलता के बारे में ही होता है लेकिन फिर भी लोग असफल है कभी आपने सोचा नही ? तो प्रश्न यही उठता है तो लोग सफल कैसे होते है। जैसे की हम ने बताया की सफलता का राज आप के अन्दर ही छूपा है अब प्रश्न आता है कि इसे बाहर कैसे निकाला जाए ? इसे निकालने के लिए आज हम पांच ऐसे तथ्य बताने वाले है जिन्हे आपने सच में समझ लिया तो सफलता आपके कदमों मे होगी लेकिन समस्या यही है कि हमारा मन इतना ताक़तवर नही होता की हम इसे एक सफल व्यक्तित्व वाला बना सके।

सफलता के पांच रहस्य –

  1. लक्ष्य क्या है आपका ?
  2. सफलता के साथ हमेशा असफलता आती ही है।
  3. समयनिष्ठ व्यक्तित्व होना ज़रुरी है।
  4. कार्य को पूरा करना
  5. जीवन में हमेशा सिक्के के दोनों पहलुओं को समझना ज़रुरी है।

1- लक्ष्य क्या है आपका ?

सबसे पहले तो सफल लोगों को हमेशा ज्ञात होता है कि उनका लक्ष्य क्या है क्योंकि बिना लक्ष्य सफलता नही यदि किसी के साथ चमत्कार ही हो जाए तो अलग है। मुझे एक अभिनेता बन्ना है मेरा लक्ष्य केवल अभिनेता है तो में बेशक विफल होता हूँ लेकिन लक्ष्य तो मेरा अभिनेता बना है तो में  हार नही मानूँगा क्योंकि मेरा तो लक्ष्य ही यही है चाहे कितनी बार भी हार जाऊँ लेकिन जो लोग केवल आज़माइश करने आते है वो एक या दो बात किस्मत आज़मा कर पीछे हट जाते है। इस लिए लक्ष्य वान व्यक्ति ही सफल हो सकता है।

  • सबसे पहले अपना लक्ष्य निर्धारित करें
  • लक्ष्य के विषय में जाने और समझे।
  • लक्ष्य में जुनून होना ज़रुरी है। बिना जुनून वाले लक्ष्य असफल रहते है।

2- सफलता के साथ हमेशा असफलता आती ही है।

इस बात को कोई नही नकार सकता की सफलता बिना असफलता के मिल जाएगी आप यदि बार-बार असफल हो रहे है तो इस का मतलब यह नही की अब हाथ पैर डाल दो। असफलता की भी कोई हद होगी जिस के बाद सफलता ही आती है। सफलता के साथ असफलता, समस्याएँ आनी ही है।

  • असफल होना कोई पाप नही होता यह एक सीख होती है स्वयँ को सुधारने की।
  • किसी भी व्यक्ति का जीवन पढ ले असफलता सभी ने देखी है।
  • असफलता आपको कुछ ना कुछ सीखा जाती है।
  • असफल होने से कभी न डरे।
  • असफलता का डर आपको पिछे धकेल देगा या शूरू ही नही होने देगा।

3- सफलता का राज समयनिष्ठ व्यक्तित्व ही जानते है।

सफलता का मुख्य और महत्वपूर्ण है कि आप एक समयनिष्ठ व्यक्तित्व वाले व्यक्ति बने अर्थात समय का पूर्ण उपयोग। जिस कार्य के लिए जो समय आपने निर्धारित कर दिया वह कार्य उसी समय होना चाहिए। टल-मटोल करने वाले लोग कभी सफल नही हो सकते है। इस लिए सफलता उन्ही लोगों को मिलती है समय का सही उपयोग करना जानते है।

  • जो भी समय आप किसी कार्य के लिए तय करते है उसे उसी समय पर करने का प्रयास करे।
  • टाल-मटोल आपको बर्बाद कर सकता है।
  • जैसी आप आदत बना लेते है वह वैसी ही हो जाती है इस लिए समयनिष्ठ बने।
  • हमेशा कोशिश करें की सूर्य उदय से पहले उठे।

4- सफलता का राज है कार्य को पूरा करना

केवल समयनिष्ठ ही होना जरूरी नही आपका व्यक्तिव ऐसा हो कि कोई काम जो कोई नही कर पा रहा आप करके दिखाए। जो लोग किसी कार्य को जो लोगों को असाधारण लगता है आप साधारण बना देते है तो आप एक विशेष व्यक्ति बन जाते है। कोई भी कम्पनी ऐसे ही लोगों को ज्यादा पसंद करती है जैसे सुंदर पिचाई एक उदाहरण है ऐसे ही व्यक्तित्व का। यह जरुरी नही की आप एक किसी और की नौकरी कर रहे है या बिज़नेस।

  • किसी भी कार्य को तब तक करते रहे जब तक वह पूरा नही हो जात।
  • कार्य को बीच में छोड़ ने अच्छा है काम को शुरु ही नही किया जाए।

ये भी देखें- पैसा कैसे कमाए ? इंटरनेट पर पैसे कमाने के सबसे आसान तरीके।

5- जीवन में हमेशा सिक्के के दोनों पहलुओं को समझना ज़रुरी है।

एक आम व्यक्ति हमेशा किसी भी बात का एक ही पहलू सोचता है वह उस के परिणाम के विषय में वो ही सोचता है जो वह चाहता है। मान लीजिए हमारी कम्पनी में एक व्यक्ति सही प्रकार से आपका प्रोडेक्ट नही बेच पा रहा तो हम सीधा उसे काम चोर नही बोल सकते पहले हमे जानना होगा की कहीं हमारे प्रोडेक्ट में ही तो कोई कमी नही। पहले स्वयँ की जांच करे।