अस्थि भंग किसे कहते है?
जब किसी दुर्घटना के कारण किसी व्यक्ति के शरीर की कोई हड्डी टूट जाती है तो मांसपेशियों का आवरण हट जाता है यह स्थिति अस्थि भंग कहलाती है। इसे आम बोल चाल में हड्डी का टूटना कहते है। अंग्रेजी में इसे फ्रेक्चर कहते है। रोगी को जादा हिलाना डुलाना नहीं चाहिए क्योंकि टूटी हुई हड्डी के सिरे रक्त नलिकाओं को घायल कर सकते है।
यह भी देखें- आयोडिन क्या है? शरीर के लिए आयोडिन कैसे प्राप्त करे?
![अस्थि भंग](http://www.waylf.in/wp-content/uploads/2021/04/ankle-2253057_1280-225x300.jpg)
अस्थि भंग के सामान्य उपचार
1- अस्थि भंग होने पर सबसे पहला कार्य होता है कि किसी भी अस्थि विशेषज्ञ चिकित्सक से समर्पक करना चाहिए।
2- जिस अंग की हड्डी टूट गई हो उस अंग को खपचियों का सहारा देकर सही स्थिति में रखकर तिकोनी पट्टी बाँध देनी चाहिए।
3- यदि कोहनी तथा कलाई के आस-पास की हड्डी टूट जाये तो झोल द्वारा सहारा देना चाहिए।
4- हड्डी टूट जाने के कारण यदि रक्त वह रहा है तो सबसे पहले रक्त बहने से रोकना चाहिए।
5- जिस व्यक्ति की हड्डी टूटी हो उसे ज्यादा हिलाना डुलाना नहीं चाहिए।