आहत सिक्के किसे कहते है?
आहत सिक्के- भारतीय इतिहास में छठी शताब्दी ईसा पूर्व को परिवर्तनकारी काल के रूप में महत्वपूर्ण माना गया है। यह काल प्रायः लोहे के बढ़ते प्रयोग, और सिक्कों के विकास के लिए जाना जाता था। जिसके कई प्रकार के सिक्के प्रचलन में आए।
आहत सिक्के किसे कहते है?
ये आहत सिक्के सबसे पुराने सिक्के थे जो करीब 500 साल तक प्रचलन में बने रहे थे। ये सिक्के सोने या चांदी के बने होते थे। इन सोने चांदी के सिक्कों पर विभिन्न प्रकार की आकृतियाँ आहत कर बनाई जाती थी इन्हें आहत करने के कारण इन्हें आहत सिक्का कहा जाने लगा। आहत का अर्थ था कि इन सिक्कों को जो चांदी या सोने के बने होते थे अन्य धातुओं की सहायता से इन सिक्कों पर प्रहार या पीट कर के बनाया जाता था। इन्हें पंचमार्क काइन भी कहा जाता है।
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