कचरा कितने प्रकार का होता है?

कचरा कितने प्रकार का होता है?

कचरा यानी गंदगी जो अनेक बीमारियों का कारण बनता है। सड़ी-गली, अनुपयोगी, आदि चीजें कचरा कहलाती है। अनूपयोगी कागज, प्लास्टिक, सड़े-गले फल-सब्जी, पालीथीन, आदि सभी कचरे के उदाहरण है। व्यवहारिक रूप से कचरे को दो भागों में बाटा गया है। पहला जैव निम्नकरणीय तथा दूसरा जैव अनिम्नकरणीय इन दोंनों कचरो को इस प्रकार परिभाषित किया जा सकता है।

कचरों के प्रकार-

जैव निम्नकरणीय- जैव निम्नकरणीय कचरा वह कचरा होता है जो वातावरण में कुछ कीटाणुओं द्वारा आसानी से अपघटित हो जाता है। जैसे- फल, सब्जी, अंण्डे का छिलका, कागज का टुकणा, चाय पत्ती, आदि ये धीर-धीरे नष्ट हो जाते है जो प्रकृति के लिए कम हानिकारक होते है।

जैव अनिम्नकरणीय – ये जैव निम्नकरणीय कचरे के विपरीत होता है। ये कीटाणुओं द्वारा नष्ट नहीं किये जा सकते। और ये लबे समय तक बने रहने के कारण वातावरण को नुकसान पहुंचाते है। जैसे- प्लास्टिक, पाली थीन, कांच के टुकड़े कपड़ों के टुकड़े आदि।

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