जैन धर्म के संस्थापक कौन थे?
जैन धर्म के संस्थापक कौन थे?– जैन शब्द का जिन शब्द से निकला है और जिन शब्द का अर्थ होता है विजेता। जैन धर्म में कुल 24 तीर्थकर हुए थे। जैन धर्म के संस्थापक ॠषभदेव थे। ये ही जैन धर्म के प्रथम तीर्थकर भी थे। जैन धर्म के 23वें तीर्थकर पाश्वर्वनाथ ने जैन धर्म को व्यवस्थित रुप प्रदान किया था। लेकिन जैन धर्म के वास्तविक संस्थापक वर्धमान महावीर को माना जाता है। भगवान वर्धमान महावीर जैन धर्म के 24वें एवं अन्तिम तीर्थ कर हुए। जैन धर्म के पांच महाव्रत है जो जैन धर्म के अनुयायियों को पालन करना होता है।
जैन धर्म के पांच महाव्रत
- सत्य वचन – झूठ मत बोल।
- अस्तेय – चोरी मत करो।
- अहिंसा – हिंसा मत करो॥
- अपरिग्रह – धन संचय मत करों।
- ब्रह्मचर्य – ब्रह्मचर्य का पलन करना।
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