ज्वालामुखी कितने प्रकार के होते है?

ज्वालामुखी कितने प्रकार के होते है?

पृथ्वी के अन्दर मौजूद पिघला हुआ लावा, राख, भाप तथा अन्य पदार्थ जब किसी छेद के माध्यम से बाहर निकलते है तो उसे ज्वालामुखी कहा जाता है। ज्वालामुखी से निकला पदार्थ बाहर हवा के समर्पक में ठण्डा हो जाता है तो ये छोटे – छोटे टुकड़ों में टूट जाता है जिसे सिंडर कहा जाता है?

उद्गम के अनुसार ज्वालामुखी तीन प्रकार के होते है।

सक्रिय ज्वालामुखी –
इस प्रकार के ज्वालामुखी में लगातार विस्फोट होता रहता है। इटली का एटना तथा स्ट्रम्बोली इसका अच्छा उदाहरण है।

प्रसुप्त ज्वालामुखी –
ये ऐसे ज्वालामुखी होते है जिनका वर्तमान में तो अभी तक विस्फोट नहीं हुआ लेकिन भविष्य में विस्फोट होने की सम्भावना अधिक बनी रहती है।  उदाहरण  जापान का फ्यूजियामा, भूमध्यसागर का विसुवियस, फिलिपिन्स का मेयर आदि प्रसुप्त ज्वालामुखी के उदाहरण है।
शान्त ज्वालामुखी –
जैसा की इसके नाम से ही ज्ञात होता है ये ऐसे ज्वालामुखी है जिनमें अभी तक कोई विस्फोट नहीं हुआ और ऐसा माना जाता है कि भविष्य में भी विस्फोट की सम्भावना बहुत ही कम रहती है। जैसे अफ्रिका का किलीमंजारो, म्यांमार का पोप आदि।

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