ज्वालामुखी क्यों फटते हैं? Jwalamukhi

ज्वालामुखी क्यों फटते हैं? (Jwalamukhi)

ज्वालामुखी क्यों फटते हैं? – ज्वालामुखी पृथ्वी की सतह पर वह खुला छेद है जिसमें से पिंगला हुआ पदार्थ जिसे मैग्मा कहा जाता है बाहर निकलता है इसके पीछे का कारण पृथ्वी के अंदर का तापमान है पृथ्वी के अन्दर का तापमान बहुत ही अधिक होता है जिसके कारण चीजें  पिंगली हुई अवस्था में पाई जाती हैं इन पिंगले हुए पदार्थों को मैग्मा कहा जाता है और जब इस मैग्मा को बाहर निकलने का रास्ता मिल जाता है तो यह उच्च दृश्य प्रेशर के साथ मैग्मा पृथ्वी से बाहर निकल जाता है। ज्वालामुखी फटने से जानमाल का नुकसान होता है इसके कारण जीव-जंतु पेड़-पौधे आधी नष्ट हो जाते है। इससे निकलने वाली गैस धूल कण प्रदूषित करती है ज्वालामुखी तीन प्रकार के होते हैं।

1- सक्रिय ज्वालामुखी
2- सुषुप्त ज्वालामुखी और
3- मृत ज्वालामुखी

सक्रिय ज्वालामुखी – सक्रिय ज्वालामुखी हमेशा फटते रहते हैं जैसे एटना, स्ट्रांबोली भारत का बैरन आदि

सुषुप्त ज्वालामुखी – सुषुप्त यह ज्वालामुखी बहुत समय से फटे नहीं परंतु इनके फटने की संभावना बनी रहती है- जैसे बीसीबीएस इटली फौजी जामा जापान आदि

मृत ज्वालामुखी – मृत ज्वालामुखी ज्वालामुखी के फटने की संभावना बहुत ही कम है जैसे किलिमंजारो

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