तारें टूटने का कारण?
तारें टूटने का कारण – हमारी आकाश गंगा में बहुत से ग्रह और तारे है जो हम से लाखों करोड़ों प्रकाश वर्ष दूर है। जैसा की हम जानते है की आकाश में समय समय पर तारे और ग्रह किसी ना किसी विस्फोट के कारण टूटते रहते ही है और ये टूटें हुए ग्रह या तारे के हिस्से आसमान में एक स्थान से दूसरे स्थान की और लाखों करोड़ों प्रति घंटे की चाल से चलते है। जब कोई उल्का पिण्ड का हिस्सा हमारी धरती की कक्षा में तीव्र गति से प्रवेश करता है तो यह हमारी धरती पर आने से पहले ही तेज गति के कारण हवा से रगड़ खाने से इतना गर्म हो जाता है कि यह मध्य मण्डल में आते-आते जल उठता है और धरती इससे टकराने से बच जाती है। यह सब हो रही गति विधि हमें टूटते तारे के समान लगती है।
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