दुनिया का पहला तैरता न्यूक्लियर पावर स्टेशन कहां है?
19 मई 2018 को रुस के मुर्माशक शहर के पोर्ट पर दुनिया का पहला तैरता न्यूक्लियर पावर स्टेशन एकेडेमिक लोमोनोसोव का अनावरण किया गया जो अपने आप में दुनिया का पहला ऐसा पावर स्टेशन है। जहां पूर्वी साइबेरिया जाने से पहले इससे परमाणु ईंधन भरा जाएगा। पर्यावरणविद लोगों ने इसे न्यूक्लियर टाइटैनिक का दर्जा दे दिया है। क्योंकि सालाना 50 हजार टन कार्बन डाइ आक्साइड का उत्सर्जन रोकेगा।
ये भी देखें- लेक्लांशे सेल क्या है? इसकी खोज किसने की थी?
तैरता न्यूक्लियर पावर स्टेशन की खास बाते-
इस स्टेशन में दो 35-35 मेगावाट के रिएक्टर भी लगाए गए है। इसकी क्षमता एक लाख लोगों से अधिक ऊर्जा देने की है। इसका वजन 21 टन है। इसकी लंबाई 144 मीटर तथा चौड़ाई 30 मीटर है।
![तैरता न्यूक्लियर पावर स्टेशन](https://upload.wikimedia.org/wikipedia/commons/3/34/%D0%A1%D0%BF%D1%83%D1%81%D0%BA_%D0%9F%D0%90%D0%A2%D0%AD%D0%A1_%D0%BD%D0%B0_%D0%B2%D0%BE%D0%B4%D1%83_20190823.jpg)