पोषाहार वितरण योजना क्या है?
पोषाहार वितरण योजना क्या है?- आर्थिक दृष्टि से कमजोर परिवार के बच्चों को पोषाहार तथा छात्रवृति देकर शिक्षा के स्तर सुधारने तथा उपस्थिति संख्या को बढ़ाने के किए यह योजना शुरू की गई थी। पोषाहार वितरण स्कीम भारत सरकार द्वारा स्कूलों में मध्यान्ह भोजन के रूप में 15 अगस्त 1995 को लागू की गयी थी। जिसके अंतर्गत कक्षा 1 से 5 तक प्रदेश के सरकारी/परिषदीय/राज्य सरकार द्वारा सहायता प्राप्त प्राथमिक स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करने वाले सभी बच्चों की 80 प्रतिशत उपस्थिति पर गेहुं अथवा चावल दिये जाने की व्यवस्था की थी। प्रथम चरण में यह योजना प्रदेश के 38 जिलों में 248 खण्डों में शुरू की गयी थी। दूसरी चरण में 643 नए विकास खण्डों में वितरण योजना को शुरू किया गया।
पोषाहार वितरण योजना के उद्देश्य-
- सबसे पहला उद्देश्य बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण उपलब्ध करना था।
- विधालयों में बच्चों की उपस्थिति तथा ठहराव में वृद्धि करना।
- बच्चों को विधालय आने के लिए आकर्षित करना।
- आर्थिक और शारीरिक रूप से कमजोर छात्रों पोषण तथा छात्र वृत्ति देना
- शिक्षा में ह्रास एवं अवरोध की समस्या को कम करना।
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