भारतीय पुनर्जागरण का मसीहा किसे कहा जाता है?

भारतीय पुनर्जागरण का मसीहा किसे कहा जाता है?

भारतीय पुनर्जागरण का मसीहा– ब्रह्म समाज की स्थापना करने वाले राजा राम मोहन राय को भारतीय पुनर्जागरण का मसीहा कहा जाता है। इनका जन्म 22 मई  1772 को  बंगाल में हुआ था। राजा राम मोहन अरबी, फारसी, संस्कृत, लैटिन, यूनानी, अंग्रेजी तथा हिब्रू जैसे भाषाओं का अच्छा ज्ञान था। राजा राम मोहन ने जातिवाद, अस्पृश्यता एवं सती प्रथा जैसी कुरीतियों  का कड़ा विरोध किया। इन्हीं के प्रयासों से लार्ड विलियम बैंटिग ने 1829 में सती प्रथा पर कानूनी रूप से रोक लगा दी थी। इन्होंने बंगला भाषा में संवाद कौमुदी एवं फारसी भाषा में मिरातुल अखबार का प्रकाशन किया। मुगल सम्राट अकबर द्वितीय ने इन्हें राजा की उपाधि से नवाजा था। 27 सितम्बर 1833 को इनकी मृत्यु हो गई।

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