मणिप्रवालम का क्या अर्थ है?

मणिप्रवालम का क्या अर्थ है? 

यह 14वीं शताब्दी में प्रचलित एक शैली थी। इसी शैली में ग्रंथ लीला तिलकम लिखा गया, जो व्याकरण के काव्यशास्त्र संबंधी विषय पर आधारित था मणिप्रवालम का शाब्दिक अर्थ होता है हीरा और मूंगा जो दो भाषाओं से मिलकर बना है संस्कृत तथा क्षेत्रीय भाषा। मणिप्रवालम मध्यकाल की एक प्रचलित शैली थी।

ये भी देखें- सर्वप्रथम फारसी में संस्कृत कथाओं का अनुवाद किसने किया?

Scroll to Top