लावा कितने प्रकार के होते हैं?
लावा कितने प्रकार के होते हैं?– ज्वालामुखी के निकलते समय भूगर्भ में स्थित तरल पदार्थ को मैग्मा कहा जाता है। जब मैग्मा धरातल पर आता है। तो उसे लावा कहा जाता है। लावा के ठंडा हो जाने के बाद यह लावा आग्नेय चट्टानों का रूप ले लेता है। सिलिकों की मात्रा के अधार पर लावा दो प्रकार के होते है।
लावा कितने प्रकार के होते हैं?-
लावा के दो प्रकार होते है पहला एसिड लावा और दूसरा बेसिक लावा
एसिड लावा – यह गाढ़ा और चिपचिपा होता है। इसमें सिलिका की मात्रा अधिक होती है। यह क्रेटर के आसपास गुम्बदाकार शंकु का निर्माण करता है।
बेसिक लावा – यह हल्का, पतला और धरातल पर शीघ्रता से फैलने वाला एवं कम सिलिका युक्त लावा होता है। इससे चपटा या शील्ड शंकु का निर्माण होता है।
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