सामंती व्यवस्था का अर्थ क्या है?
सामंती व्यवस्था का अर्थ क्या है?- कुछ राजा अपने प्रशासन में सुविधानुसार सामंती व्यवस्था अपनाते थे। सामंत ऐसे व्यक्ति हुआ करते थे जो सेना रखते थे। जिसमें हाथी, रथ, घुड़सवार तथा पैदल सिपाही एवं सेना नायक होते थे। सेना नायक अति आवश्यक होने पर राजा को सैनिक सहायता उपलब्ध करते थे। राजा द्वारा इन सेना नायकों वेतन ना दे कर भूमिदान दिया जाता था। इस भूमि से ये लोग कर वसूलते थे। जिस कर से प्राप्त धन से वे लोग सेना का रख रखवा तथा युद्ध सम्बन्धी सामग्री की व्यवस्था करते थे। गुप्तोतर काल में सामन्तवाद का विस्तार देखने को मिलता है।
ये भी देखें- राहदरी का क्या अर्थ है?