जाइलम तथा फ्लोएम में क्या अंतर है?
पौधों में जाइलम तथा फ्लोएम नामक दो महत्वपूर्ण उत्तक पाए जाते है जो किसी भी पौधे के विकास के लिए आवश्यक होते है। ये जटिल उत्तक एक से अधिक कोशिका के बने हुए होए होते है और ये सभी एक साथ मिलकर एक इकाई के रूप में कार्य करते है। ये जल, खनिज अथवा भोजन को पौधों के विभिन्न भागों में पहुँचाने का कार्य करते है।
जाइलम तथा फ्लोएम में क्या अंतर
जाइलम– जाइलम जैसा की इस के नाम से ही प्रतित होता है ये पौधों की जड़ द्वारा अवशोषित भोजन तथा खनिज लवणों को पौधों के विभिन्न भागों तक पहुंचाने का कार्य करते है। इन्हें जल संवहन उत्तक भी कहा जाता है।
फ्लोएम -ये जीवित उत्तक होते है जो भोजन को पत्तियों से पौधों के अन्य भागों तक पहुंचाने का कार्य करते है। ये पेड़ो की छल की आंतरिक परत होती है। एक उदाहरण के लिए यदि किस पेड़ का फ्लोएम प्रणाली खराब हो जाए तो पत्तियों द्वारा बना भोजन अथवा पोषक तत्व जड़ो तक नहीं पहुँच पाएगा और पेड़ धीरे-धीरे सुख जाएगा।
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