प्रेस सेंसरशिप किसे कहते हैं?

प्रेस सेंसरशिप किसे कहते हैं?

भारतीय संविधान में मौलिक अधिकार के रूप में स्वतंत्रता का अधिकार अनुच्छेद 19(1)क में विचार एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता दी गई है, इसी में ही प्रेस अथवा मीडिया की स्वतंत्रता को भी सम्मिलित किया गया है, हालांकि प्रेस अथवा मीडिया को चौथा स्तंभ कहा जाता है परंतु कई बार राजनीतिक दल अपने राजनीतिक लाभ के लिए मीडिया का गैर कानूनी रूप से इस्तेमाल करते हैं। प्रश्न यह उठता है कि प्रेस सेंसरशिप क्या होता है?

जब किसी राजनीतिक दल द्वारा किसी विशेष जानकारी अथवा सूचना को जन समुदाय तक पहुंचने से रोका अथवा प्रतिबंधित किया जाता है, तो इस घटना को प्रेस सेंसरशिप कहा जाता है।

स्वतंत्रता के उपरांत भारत में राष्ट्रीय आपातकाल के दौरान 1975 से 1977 तक प्रेस पर सेंसरशिप लगाया गया था।

ब्रिटिश शासन काल में भी अंग्रेजों द्वारा प्रेस सेंसरशिप लगाया गया था सर्वप्रथम सेंसरशिप लॉर्ड लिटन के द्वारा लगाया गया था जिसे बाद में लॉर्ड रिपन द्वारा पूर्ण रूप से हटा दिया गया था।

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