राजतंगिणी का मतलब क्या है?
राजतंगिणी कल्हण की रचना है। कश्मीर के इतिहास की जानकारी हमें कल्हण द्वारा रचित राजतंगिणी से मिलती है। कल्हण एक ब्राह्मण था कल्हण के पिता का चम्पक था जो की कश्मीर के नरेश हर्ष के मंत्री थे। कल्हण ने अपनी रचना राजतंगिणी की रचना जयसिंह के शासन काल में पूरी की थी।
राजतंगिणी का मतलब क्या है?
राजतंगिणी कल्हण द्वारा रचित कश्मीर के इतिहास का श्रोत है जिसमें लगभग आठ हजार श्लोक और आठ तरंग है। कश्मीर में स्थित श्रीनगर की स्थापना मौर्य शासक अशोक ने की थी। इसके अलावा कनिष्क के समय ही कश्मीर के कुण्डलवन में चौथी बौद्ध संगति हुई थी।
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