स्थायी बन्दोबस्त क्या था?

स्थायी बन्दोबस्त क्या था?

सन 1790 में लार्ड कार्नवालिस ने वारेन हेंस्टिग्स की एक वर्षीय जमींदारी प्रथा को समाप्त कर इसे दस वर्षीय बंदोवस्त के रूप में लागू कर दिया बाद में सन 1793 में लार्ड कार्नवालिस ने इसे स्थायी बना दिया इसके बाद इसे स्थायी बन्दोबस्त कहा जाने लगा। इसे इस्तमरारी अथवा जमींदारी प्रथा के रुप में जाना जाता है।

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स्थायी बन्दोबस्त प्रणाली क्या थी?

इस प्रणाली के अनुसार जमींदार को भू-स्वामी माना गया था और सरकार भू-राजस्व के लिए जमींदारों को उत्तरदायी मानने लगी थी। यह व्यवस्था बंगाल, बिहार, उड़ीसा, तथा उत्तर प्रदेश के लिए वाराणसी तथा उत्तरी कर्नाटक के क्षेत्रों मे लागू की गई थी। इस प्रणाली का प्रणेता सर जान शोर को माना जाता है।

स्थायी बन्दोबस्त
Credit- Wikipedia

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कंपनी को वसूली का कितना हिस्सा देना होता था?

इस व्यवस्था में चुकाई जाने वाली राशि स्थायी रुप से तय कर दी गई थी।   तथा जमींदारों को भू-भाग वसूली का 10/11 हिस्सा अपने पास रखना होता था बाकी शेष कंपनी को देना पड़ता था।