मध्याह्न भोजन (मिड डे मील) कार्यक्रम क्या है?

मध्याह्न भोजन (मिड डे मील) कार्यक्रम क्या है?

मध्याह्न भोजन कार्यक्रम (मिड डे मील)–  भारत में गरीब बच्चों के कुपोषण को रोकने के लिए मध्याह्न भोजन कार्यक्रम शुरु किया गया जिसे  अंग्रेजी में  मिड डे मील कहां जाता है इस कार्यक्रम का एक उद्देश्य स्कूलों में नामांकन संख्या में बढ़ोतरी दर्ज करना भी था। मिड डे मील कार्यक्रम की शुरुआत वर्ष 1961 में हुई थी। वर्तमान में यह कार्यक्रम पूरे देश में लागू है।
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मध्याह्न भोजन
Credit-Wikimedia

मध्याह्न भोजन का क्रियान्वयन

इस कार्यक्रम के द्वारा 3से 6 वर्ष तक के बालकों को भोजन की व्यवस्था आंगनवाड़ी कार्यकत्री  द्वारा की  जाती है। प्राथमिक स्तर पर इस योजना का क्रियान्वयन ग्राम प्रधान एवं शिक्षकों द्वारा किया जाता है। इस कार्यक्रम में बच्चों को पका हुआ भोजन दिया जाता है जिसकी गुणवत्ता की पूरी जांच की जाती है। इस भोजन में कम से कम 300 कैलोरी एवं 10 से 15 ग्राम प्रोटीन होना अनिवार्य होता है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों का शारीरिक, मानसिक, शैक्षिक विकास करना है।

 

 

 

 

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