वास्तुकला का स्वर्ण युग किस काल को माना जाता है?

वास्तुकला का स्वर्ण युग किस काल को माना जाता है?

वास्तुकला का स्वर्ण युग किस काल को माना जाता है?- वास्तु कला भारत की पहचान रही है। भारत में वास्तु कला का स्वर्ण युग शाहजहां के काल को माना गया है। इसके काल में वास्तु कला बहुत फली-फूली। शाहाजहां के समय दिल्ली और आगरा में सार्वजनिक व व्यक्तिगत सभा के लिए समारोह कक्ष जिसे दीवाने-ए-खास जो उच्च वर्ग एवं अधिकारी लोगों की सभा के लिए बनाए गए थे एवं दीवाने आम जो आम जनता के लिए सभा का आयोजन हेतु बने होते थे। इसके अलावा शहाजहा के काल में नदी तटों के किनारे बागों का निर्माण, पितराडूरा आदि का प्रयोग वास्तु कला के उदाहरण है।

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