पूना पैक्ट समझौता क्या था? यह कब और किसके बीच हुआ था?

पूना पैक्ट समझौता क्या था? यह कब और किसके बीच हुआ था?

पूना पैक्ट समझौता– अंग्रेजों द्वारा भारतीयों पर चल रहे शोषण के विरोध में आम जन का रोष दिन प्रति दिन बढ़ता जा रहा था। गांधी जी द्वारा चलाया गया सविनय अवज्ञा आन्दोलन के कारण अंग्रेजों का रवैया बदल गया था। उधर दूसरी गोल मेज का भी कोई सही निर्णय नहीं निकाला जा सका था। इन सभी समस्यों के बीच अंग्रेजों ने भारत को साम्प्रदायिक तौर पर तोड़ने लिए ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने हिन्दू, मुसलमानों, सिक्खों, ईसाई तथा अछूतों के लिए अलग से निर्वाचन क्षेत्र बनाने का निर्णय किया ऐसा कर के अँग्रेज़ समाज को हिन्दू धर्म से अलग करना चाहते थे।  इस व्यवस्था के विरोध में गांधी जी ने 20 सितंबर 1932 को आमरण अनशन शुरु कर दिया। इसके बाद 24 सितम्बर 1932 को भीमराव आम्बेडकर एवं महात्मा गाधी के बीच एक समझौता हुआ जिसके बाद इस निर्वाचन क्षेत्र व्यवस्था को खतम किया गया जिसे पूना पैक्ट कहा गया। लेकिन इस व्यवस्था में हरिजनों की सीटो का आरक्षण रखा गया।

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