प्रक्रिया प्रधान सिद्धांत क्या है?

प्रक्रिया प्रधान सिद्धांत क्या है? 

प्रक्रिया प्रधान सिद्धांत क्या है?- पहले ऐसा कुछ मनोवैज्ञानिकों द्वारा माना जाता था कि बुद्धि कारक सिद्धांतो द्वारा प्रभावित होता है। लेकिन बाद में जब  मनोवैज्ञानिकों द्व्रारा संज्ञानात्मक मनोविज्ञान पर अधिक बल दिया जाने लगा तो उसके बाद बुद्धि के स्वरूप की व्याख्या नये-नये सिद्धांतों द्व्रारा अधिक किया जाने लगा। इन सिद्धानों की मुख्य विशेषता यह होती थी कि इसके द्वारा बुद्धि के स्वरूप की व्याख्या भिन्न-भिन्न कारकों के रूप में न करके उन बौद्धिक प्रक्रियाओं के रूप में की गई। इन्हीं सिद्धांतों को  प्रकिया प्रधान सिद्धांत कहा जाने लगा। इस सिद्धांत द्वारा बताने की का प्रयास किया गया की व्यक्ति किसी समस्या का समाधान करने के लिए सोच विचार करता है।

प्रक्रिया प्रधान सिद्धांत में विचार रखने वाले मनोवैज्ञानिक

इनमें प्याजे तथा स्टैनबर्ग का सिद्धांत शिक्षा की दृष्टिकोण से ज्यादा महत्वपूर्ण है।

  1. जेन्सन 1969
  2. पियाजे 1970
  3. ब्रुनर 1973
  4. लियोनी 1983
  5. स्टैनबर्ग 1984

ये भी देखें- बुद्धि क्या है ? व्यक्ति की रुचियों के अनुसार  बुद्धि के प्रकार ?

 

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