प्याजे का स्कीम्स सिद्धांत क्या है?

स्कीम्स सिद्धांत क्या है? स्कीम संज्ञानात्मक सिद्धांत

स्कीम्स सिद्धांत क्या है?- प्याजे ने संज्ञानात्मक विकास के सिद्धांत का वर्णन किया।  स्कीम्स को एक उदाहरण द्वारा समझा जा सकता है। जब एक बालक स्कूल जाते समय परिवेश धारण करता है तब यदि बच्चे का ध्यान कहीं और भी हो तब भी वह जूते पहन लेता है। ऐसा इस लिए बालक प्रतिदिन जूता पहनता है उसका यह व्यवहार में संगठित पैटर्न जिसे बार-बार दोहराया जाता है। यही स्कीम्स कहलाता है। इसमें बालक इतना संगठित रूप में हो चुका होता है कि वह उसी तरह कार्य को संपादित करता है।

संबन्धित प्रश्न- 

✔ सीखने का नियम किस मनोवैज्ञानिक ने दिया?
✔ भारत में प्रथम मनोविज्ञान शाला की स्थापना कब और कहा हुई थी ?
✔ व्यवहारवाद क्या है? व्यवहारवाद के जनक कौन है?
✔ प्रक्रिया प्रधान सिद्धांत क्या है?
✔ बाल विकास के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर | 20 प्रश्न

1 thought on “प्याजे का स्कीम्स सिद्धांत क्या है?”

  1. Pingback:  पियाजे की संज्ञानात्मक विकास सिद्धांत की कितनी अवस्थाएं है? - Waylf.In

Comments are closed.

Scroll to Top