मच्छर अंधेरे में कैसे ढूंढ लेता है?

मच्छर अंधेरे में कैसे ढूंढ लेता है?

मच्छर अंधेरे में कैसे ढूंढ लेता है? – गर्मी शुरू होते ही मच्छर कानों भीन-भिनाना शुरु कर देते है। मच्छरों का आतंक इस हद तक बढ जाता है कि मलेरिया, चिकनगुनिया जैसी जानलेवा बीमारियां फैला देते है। दोस्तों बात मुद्दे की करें तो क्या अपने सोचा है कि आखिर  मच्छर को कैसे पता चलता है कि इनसान कहां बैठा है और किस का खून चूसना है। तो इसका जवाब आंखें नहीं होगा दरअसल मच्छर हमारे शरीर की गंध एवं तलवे की गर्मी से हमें अंधेरे में भी ढूँढ लेता है। और हमारा खून चूस कर फूर हो जाता है।

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